लेखनी प्रतियोगिता -02-Jun-2023
मेहनत का जज्बा लेकर ये वर्दी मिल पाई है
देश की रक्षा करने को चल दिए ये सैनिक भाई है
मां बाप के आंख में आंसू सीना गर्व से चौड़ा है
मेरे बेटा अब जा रहा सरहद में उसका पहरा है
बात वतन की करते थे बचपन में हम लड़ते थे
अब देश की रक्षा करने की जिम्मेवारी मेरी है
माइनस डिग्री का पारा हो धूप तेज या जाड़ा हो
आतंकवादी ललकारते है गोली बारूद उतारते है
न डर कर पीछे हम हटते वार बराबर करते है
कभी वो घायल तो हम घायल खून की होली
में रंगते है
देख शहीद सैनिक को अपने खून खौल उठता है
भारत माता की जय करके युद्व संग्राम चलता है,
मिटा देते उन देश की पापी को, जो देश को खत्म करने का जाल बुनते थे,
तिरंगा झंडा फिर से पूरे सरहद में लहलता है।।
Punam verma
03-Jun-2023 10:19 AM
Very nice
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Abhinav ji
03-Jun-2023 08:26 AM
Very nice 👍
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सीताराम साहू 'निर्मल'
03-Jun-2023 07:48 AM
बहुत खूब
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